BJP Seats In Rajya Sabha: हाल में हुए राज्यसभा चुनाव के बाद उच्च सदन में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के पास अब बहुमत से सिर्फ तीन सीटें कम हैं. इस महीने 56 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव के साथ बीजेपी अकेले 100 के करीब पहुंच गई है. बीजेपी 56 में से 30 सीटें जीतने में सफल रही, जिससे राज्यसभा में उसका के पास 97 और एनडीए के पास 118 सदस्य हो गए.
इस महीने की शुरुआत में 56 सीटों में से 41 पर उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे. इसके बाद 27 फरवरी को तीन राज्यों की 15 सीटों पर मतदान हुआ, जिसमें कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के विधायकों की क्रॉस वोटिंग के कारण बीजेपी ने दो अतिरिक्त सीटें एक कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश में और एक उत्तर प्रदेश में हासिल कर लीं.
क्या है बहुमत का आंकड़ा
245 सदस्यीय राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 123 है. हालांकि, वर्तमान में पांच सीटें रिक्त हैं, जिनमें चार जम्मू-कश्मीर से हैं, जो राष्ट्रपति शासन के अधीन हैं और एक सीट मनोनीत सदस्य कैटेगरी की है. इससे सदन की सदस्य संख्या भी घटकर 240 रह गई है और बहुमत का आंकड़ा 121 रह गया है.
बीजेपी के लिए क्यों अहम ये संख्याबल?
लोकसभा में बीजेपी का दबदबा है ही, वहीं, विधेयकों को पारित कराने के लिहाज से राज्यसभा में भी उसका संख्याबल महत्वपूर्ण हो गया है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, उच्च सदन में 2019 तक कई विधेयकों को विपक्ष की ओर से अवरुद्ध कर दिया था, जिनमें भूमि सुधार और 2017 और 2018 का तीन तलाक विधेयक शामिल था. हालांकि भूमि सुधार विधेयक दोबारा पेश नहीं किया गया, लेकिन सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में तीन तलाक के खिलाफ विधेयक पारित करने के लिए आगे बढ़ी.
2019 के बाद बहुमत नहीं होने के बावजूद एनडीए सरकार महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने में कामयाब रही, जिनमें अनुच्छेद 370 को निरस्त करना, तीन तलाक का उन्मूलन, दिल्ली सेवा विधेयक और अन्य शामिल हैं. इन विधेयकों को पारित कराने में बीजेपी को उच्च सदन में नवीन पटनायक की बीजू जनता दल और आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस जैसी तटस्थ पार्टियों का समर्थन मिला.
कांग्रेस के अगुवाई वाले विपक्ष के लिए राज्यसभा में अल्पमत की स्थिति उन्हें एक कोने में धकेल देगी. इंडिया गठबंधन में अभी तक सीट बंटवारे की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है।