स्वतन्त्रता दिवस के उपलक्ष्य पर लखनऊ ऑब्स एण्ड गाइनी सोसाइटी (LOGS) ने अपने नवनिर्मित सभागार में प्रार्थना सभा का आयोजन किया, जिसमें नगर की सौ से भी अधिक गाइनी डॉक्टर उपस्थित रहीं। कोलकाता की रेजिडेंट डॉक्टर की दूर्भाग्यपूर्ण एवं भयावह मृत्यु पर विरोध और चिन्ता व्यक्त करते हुए सोसाइटी की प्रेसिडेंट एवं FOGSI वाइस प्रेसिडेंट डॉ० प्रीति कुमार ने सभी उपस्थित डॉक्टरों से एकजुट होकर पीड़ीत परिवार को न्याय दिलाने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर सदस्यों ने दिवंगत डॉक्टर की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा और शान्तिपूर्वक केंडल जलाए।
सोसाइटी के अतिरिक्त लखनऊ की अन्य मेडिकल प्रतिशिष्ठत सोसाइटी के सदस्य एवं प्रतिनिधि डॉ दीपाली (ISOPARB) डॉ नैनी, डॉ. संगीता मेहरोत्रा, डॉ. आशान अरशद (IMS) डॉ शालिनी (IFS) भी इस अवसर पर उपस्थित थे। डॉ सीमा मेहरोत्रा जो कि सोसाइटी की नवनिर्वाचित सचिव हैं और क्वीन मेरी किंग KGMU मेडिकल में प्रोफेसर भी हैं ने नारी स्वतन्त्रता का अर्थ नारी सम्मान एवं सुरक्षा बताया उन्होनें कहा एक उच्चशिक्षा प्राप्त डॉक्टर यदि अपने कार्य स्थल पर सुरक्षित नहीं है तो कोई भी विकास महत्वहीन हो जाता है।
सोसाइटी के सीनियर सदस्यों / डॉक्टरों, एवं पेट्न डॉ चन्द्रावती डॉ मंजू शुक्ला, ने कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रजव्लन एवं गणेश वंदना से किया। उन्होनें सोसाइटी की नवगठित कार्यकारिणी समिति को अशीर्वचन देते हुए उन्हें निस्वार्थ भाव से महिलाओं की सेवा एवं कार्य करने हेतु प्ररित किया।
एक नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नर्सिंग कर रहे छात्र-छात्राओं ने कोलकाता में घटित डॉक्टर की निमर्म एवं वीभत्स घटना का चित्रण किया और महिलाओं को दृढ़ होकर अपने अधिकारी के लिए लड़ने का संदेश दिया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ अनिता सिंह एवं डॉ. वंदना जो की सोसायटी की संयुक्त सचिव हैं ने किया जिसमें अन्य सदस्यों डॉ रेनू डॉ आँचल गर्ग/डॉ अशुमाला ने देशभक्ति गीत गाए। छोटे बच्चों ने नई पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हुए सदस्यों के साथ मिलकर झंडारोहण किया।
कार्यक्रम का समापन करते हुए डॉ. वरदा ने सभी का आभार व्यक्त किया और सोसाइटी प्रेसिडेंट डॉ प्रीती कुमार और अध्यक्ष डॉ सीमा ने पुनः सदस्यों से कोलकाता की पीड़ित रेजिडेंट को न्याय दिलाने के लिए संकल्प लेने का आहवान किया।