वाराणसी। विश्व धरोहर सप्ताह का समापन शनिवार को गुरुधाम मन्दिर परिसर में किया गया। सात दिवसीय आयोजन के दौरान विभिन्न स्कूलों के लगभग एक हजार छात्र-छात्राओं ने भाषण, पोस्टर, आलेख प्रतियोगिता, स्मारक भ्रमण आदि में अपनी प्रतिभा दिखाई। इस दौरान बेहतर प्रदर्शन करने वाले विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
आयोजन के दौरान छायाचित्र, चित्रकला तथा वाराणसी के अभिलेखीय साक्ष्यों की प्रदर्शनी लगाई गई। गुरुधाम सनबीम कालेज, वरूणा, लिटिल फ्लावर स्कूल, नगवां तथा सनबीम सनसिटी, करसड़ा में कमशः प्रदर्शनी, संगोष्ठी, मृदपात्र एवं मुखौटा निर्माण कार्यशाला, चित्रकला प्रतियोगिता, गंगा कथा फिल्म पर आधारित संभाषण प्रतियोगिता, सर्च माई हेरिटेज पर आधारित पोस्टर एवं आलेख प्रतियोगिता, स्मारक भ्रमण एवं संग्रहालय भ्रमण कार्यकम आदि का आयोजन किया गया। सम्पूर्ण आयोजन में वाराणसी के विभिन्न स्कूलों/कालेजों/महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों के लगभग 1000 विद्यार्थियों ने प्रत्यक्ष रूप से प्रतिभाग किया। 1000 से अधिक विद्यार्थियों एवं सामान्यजनों ने प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि पद्मश्री पंडित शिवनाथ मिश्र विजेताओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया। साथ ही मूर्त विरासतों के साथ-साथ अमूर्त विरासतों विशेषकर सांगितिक विरासतों को संरक्षित करने हेतु ऐसे आयोजन कराए जाने की आवश्यकता बताई। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में नई दिल्ली के प्रोफेसर ओजेश प्रताव सिंह ने शास्त्रीय गायन प्रस्तुत किया। अतिथियों का स्वागत डा. सुभाष चन्द्र यादव, क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी, वाराणसी तथा धन्यवाद ज्ञापन अशोक कपूर, संयोजक इन्टैक, वाराणसी अध्याय तथा संचालन प्रशांत राय, स्वतंत्र कलाकार ने किया।
इस अवसर पर पद्मश्री प्रोफेसर ऋत्विक सान्याल, प्रोफेसर वीरेंद्रनाथ मिश्र, विदुषी कमलाशंकर, डा. प्रेमनारायण सिंह, डा.आशीष कुमार जायसवाल, अरविंद अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल अदिती गुलाटी, निर्मल जोशी, अनिल केशरी, अशोक जायसवाल, अनुराधा रतूड़ी, अनिल नागर, बलराम यादव, कुमार आनन्द पाल, मनोज कुमार, प्रदीप कुमार, अमित कुमार, सोहन मौर्या, मिथुन पासवान, सरस्वती देवी आदि मौजूद रहे।