बाजार में भारतीय सामानों की मांग, चाइनीज को कम पसन्द कर रहे हैं ग्राहक : राजेश अस्थाना

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जौनपुर । चीन से सम्बन्ध बिगड़ने के बाद देश के बाजारों में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। चाइनीज सामानों के आयात पर प्रतिबंध लगने के बाद भारतीय सामानों की मांग तेजी से बढ़ी। लॉकडाउन के बाद खिलौने और इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर महंगाई का थोड़ा असर देखने को मिल रहा है। ओलन्दगंज चौराहे पर स्थित सनी गिफ्ट सेंटर के स्वामी चुन्नी लाल साहू कहते हैं कि लोगों में सामान खरीदने को लेकर जागरूकता बढ़ गयी है। कोई भी ग्राहक पहले पूछता है कि यह कहाँ का है, चाइनीज तो नहीं? भारत में लाइट वाले खिलौने कम बनते हैं जबकि चीन में ज्यादा यह बड़ा आकर्षण है, चाहिए कि भारत में भी आकर्षक खिलौने बने। बाजार में ग्राहक कम हैं लेकिन धीरे - धीरे संख्या बढ़ रही है। जौनपुर गिफ्ट एन्ड टॉयज सेंटर के सुरेंद्र सिंह चावला कहते हैं कि मांग तो भारतीय सामानों की खूब है लेकिन हम उनकी मांगों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि गोदाम में सामान पर्याप्त मात्रा में बन नहीं पा रहा है। अब मजदूर वापस काम पर लौट रहे हैं तो बाजार में तेजी आयेगी। चाइनीज सामानों में काफी वेरायटी होती है जबकि भारतीय समान अभी उतने सामानों को नहीं बना पा रहे हैं, फिर भी इंडियन डॉक्टर सेट, किचन सेट, ब्लॉक सेट अब धीरे - धीरे बाजार में आ रहे हैं तो चीन के खिलौनों के स्थान ले सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक सामानों के विक्रेता मैक टेक्नोलॉजी रुहट्टा के स्वामी राजेश अस्थाना कहते हैं ग्राहकों ने चीन के सामानों का पूरा बहिष्कार किया है। वे महंगा खरीदने के लिये तैयार हैं लेकिन चीन का सामान नहीं खरीदना चाहते हैं। महामारी के बाद अब ग्राहक दुकानों की तरफ लौट रहे हैं, और खरीददारी कर रहे हैं, राजेश अस्थाना ने कहा कि लोग अब मास्क का प्रयोग कम कर रहे हैं जबकि उन्हें पता होना चाहिए कि महामारी का प्रकोप अभी खत्म नहीं हुआ है। अहमद खां मंडी स्थित  आन्या इंटरप्राइजेस के अखिलेश मौर्या का कहना है कि चीन के सामान सस्ते होते हैं और भारत के महंगे, लेकिन जब गोदामों से माल आयेगा ही नहीं तो हम ग्राहक को देंगे कहाँ से। चीन से खराब रिश्ते के बाद लोग चीन के सामानों को कम पसन्द कर रहे हैं यही बाजार की हकीकत है। भारतीय सामानों की लोकप्रियता बढ़ रही है।

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