शिक्षा प्रेरक नये साल का जश्न मनाये या 35 महीने का बकाया मानदेय एवम नौकरी छीन जाने का गम:- राज यादव

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आदर्श लोक शिक्षा प्रेरक वेलफेयर एसोसिएशन जनपद जौनपुर के जिला उपाध्यक्ष राज यादव ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान की तानाशाही सरकार ने साक्षर भारत मिशन कार्यक्रम योजनान्तर्गत कार्य कर रहे देश के लगभग पांच लाख, उत्तर प्रदेश के सवा लाख तथा जनपद जौनपुर के 3028 शिक्षा प्रेरको का एक साथ 31 मार्च 2018 को नौकरी छीन ली है।
शिक्षा प्रेरकों को बेरोजगार करने के साथ साथ सत्ते के नशे में चूर भाजपा सरकार ने लगभग 35 महीने का मानदेय भी डकार गई जिसके बिरोध में बेरोजगारी की मार झेल रहे शिक्षा प्रेरकों ने दिल्ली, लखनऊ, तथा अपने अपने जिला मुख्यालय पर भूख हड़ताल, आमरण अनशन, तथा  धरना प्रदर्शन करते रहे एवम अपने नौकरी तथा बकाये मानदेय को लेकर सत्ता पक्ष के विधायक, मंत्री, सांसद महोदय के यहाँ जाकर अपने माँग पत्र पिछले 35 महीने से चले सौपते आ रहे है और माननीय महोदय जी  लोग प्रेरकों को बस आश्वासन की घुट्टी पिलाते रहे किसी भी विधायक,मंत्री सांसद के पास वक़्त नही है जो इन गरीब बेरोजगार शिक्षा प्रेरको के संविदा बहाली तथा बकाये मानदेय दिलाने के लिए आगे आये।
जबकी वर्तमान सरकार के कद्दावर नेता माननीय अमित शाह जी एवम राजनाथ सिंह जी 3 अप्रैल 2016 को लखनऊ के झूलेलाल पार्क में अधिकार दिलाओ नाम की एक रैली आयोजित की थी जिसमे प्रदेश के तमाम संविदा कर्मियों सहित शिक्षा प्रेरकों ने प्रतिभाग किया था और अमित शाह जी ने मंच के माध्यम से एलान किया था की यदि प्रदेश में हमारी सरकार बनती है तो हम आप शिक्षा प्रेरकों को स्थाई करते हुए आपके मानदेय में भी बृद्धि करेंगे लेकिन वर्तमान सरकार प्रदेश में ही नही देश मे भी होते हुए भी अपने  वादा का ठीक उल्टा कर दी है और शिक्षा प्रेरकों के बकाये मानदेय के साथ साथ नौकरी भी डकार गई है  जिसके देश भर के शिक्षा प्रेरक भूखमरी के कगार पर पहुँच चुके है लेकिन सरकार को इसका कोई भी अफसोस नही है।
श्री यादव ने कहा को अब सवा पांच लाख शिक्षा प्रेरकों के समझ में नही आ रहा है को नये साल का जश्न मनाये या फिर अपनी नौकरी जाने तथा बकाया मानदेय ना मिल पाने का गम।

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