ना योजना ना बजट ना बकाया मानदेय कैसे साक्षर होगा उत्तर प्रदेश :- राज यादव

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08 सितंबर विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर आदर्श लोक शिक्षा प्रेरक वेलफेयर एसोसिएशन जनपद जौनपुर के जिला उपाध्यक्ष राज यादव ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी है कि उत्तर प्रदेश में लगभग 39 लाख में निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए उत्तर प्रदेश  सरकार ने पूरे डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी कोई योजना नही बना पाई निरक्षरों को साक्षर बनाने के लिए ना ही केन्द्र सरकार ना ही राज्य सरकार ने बजट बजट दिया जिसके कारण साक्षर भारत की योजना पूरी तरीके से ठप पड़ी हुई है।
साक्षर भारत कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम सभा में दो शिक्षा  प्रेरकों को नियुक्त किया गया था जो 15 वर्ष के ऊपर के निरक्षरों को साक्षर करने का बखूबी काम किया करते थे जिनकी संविदा भी बिगत 31 मार्च 2018 को ही समाप्त कर दी गई जिसके विरोध में शिक्षा प्रेरकों ने प्रदेश के कोने कोने में  धरना प्रदर्शन किया, आमरण अनशन किया, भूख हड़ताल किया, लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण इन शिक्षा प्रेरकों की सुनवाई कही भी नही हो सकी।
शिक्षा प्रेरको का लगभग 30 से 35 महीने का बकाया मानदेय भी सरकार द्वारा नहीं दिया गया जिससे शिक्षा प्रेरकों की हालत बहुत ही बदतर हो चुकी है और आज हालत यह है कि शिक्षा प्रेरक धीरे-धीरे  में भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं जब भी किसी सत्तापक्ष के सांसद विधायक या मंत्री से मिलने के लिए जाते है और अपनी पीड़ा बताते हैं तो बस प्रेरकों को आश्वासन की घुट्टी पिलाई जाती है और आज विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर शिक्षा प्रेरकों के लिए ना कोई घोषणा हुआ ना ही उनका बकाया मानदेय जारी हुआ श्री यादव ने कहा कि जो भारत सरकार का सपना था कि संपूर्ण भारत साक्षर हो जाए वह सपना कहीं ना कहीं से टूटता हुआ नजर आ रहा है।



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