UPPSC में भ्रष्टाचार के खिलाफ धरनारत छात्रों की गिरफ्तारी तानाशाही व अलोकतांत्रिक है : आइसा

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रिपोर्ट : अंकित तिवारी

आयोग परीक्षा की सूचिता व विश्वास खो चुका है, रिटायर जज की निगरानी में हो जांच - आइसा


गिरफ्तार प्रतियोगियों की बिना शर्त रिहाई हो ।


2 जून 2019, प्रयागराज। 
उत्तरप्रदेश लोकसेवा आयोग के एलटी ग्रेड परीक्षा में व्यापक धांधली  सामने आने पर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी है। जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है भ्रष्टाचार और रिश्तेदारों, पैसेवालों की भर्ती का मामला और भी ज्यादा बढ़ गया है । आयोग और सरकारी अधिकारियों व मंत्री के बीच सांठगांठ से ईमानदार प्रतिभावान प्रतियोगियों के कैरियर की बलि दे दी गयी है । बेरोजगारी के इस दौर में रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार आम छात्रों के सपने की हत्या से कम नहीं है । इसके खिलाफ पूरे देश मे धरना-प्रदर्शन स्वाभाविक व मांगें न्यायिक हैं । प्रतियोगियों को शक है कि इसमें बड़े मंत्री भी शामिल हैं ,और इसीलिए सरकार उनको बचाने के लिए इस आंदोलन का दमन करने पर आमादा है । 
आइसा छात्र संगठन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश पासवान ने गिरफ्तार प्रतियोगी छात्रों की बिना किसी शर्त रिहाई की मांग करते हुए कहा कि आयोग अब  निष्पक्ष भर्ती कराने की सुचिता व जनता में अपना विश्वास खो चुका है, लिहाजा आयोग की परीक्षाओं में हुए भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच उच्च न्यायालय के रिटायर जज की निगरानी में कराकर जल्द ही भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए।  साथ ही आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी के बजाए इनके मांगों पर सरकार ध्यान दे और इस मिलीभगत में शामिल नीचे से ऊपर तक सभी भ्रष्ट लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा भेजे । 

                        
                     द्वारा  
                 सोनू यादव
               इकाई सचिव
              आइसा, इविवि
           8840398946

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