देश की रक्षा में मरने वाले वीरों को मेरा सलाम,
उनको शौर्य वीरता का भारत करता है नित्य प्रणाम ।
आंसू में है आग के गोले बदला ले अब हिंदुस्तान,
धैर्य की सीमा टूट गई है, छीन लो दुश्मन की मुस्कान ।
दुश्मन की छाती पर चढ़कर राष्ट्रीय तिरंगा फहराओ,
उदारता का फेंक लबादा आग का शोला बन जाओ ।
भूमंडल के नक्शे को अब देना है नवीन परिधान,
दुनिया के नक्शे में यारों, कहीं दिखे ना पाकिस्तान ।
लेखक - प्रोफेसर डॉ. बसन्ता , सरदार वल्लभ भाई पटेल कॉलेज भभुआ में अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष हैं ।