गर्व है कि मैं उस देश में रहता हूँ जहाँ भारत माता के सच्चे देशभक्त, सपूत अभिनदंन है

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गर्व है कि मैं उस देश में रहता हूँ जहाँ  भारत माता के सच्चे देशभक्त सपूत अभिनदंन है। आज 130 करोड़ भारतीय के दुआएं के ही असर ही की कल हमारा अभिनदंन  सकुशल भारत माता के आँगन में वापस लौट आयेगा।
उनके जज्बे, हौसले और दिलेरी की बातें केवल अपना देश ही नहीं बल्कि विदेशी मीडिया भी कर रहा है। अभिनंदन भारत माँ के सच्चे सपूत ही है जो किसी के दबाव में नही आये।
मैं एक सामान्य छात्र हूँ सिविल सेवा के तैयारी में अध्ययनरत हूँ मुझे देश - विदेश के न्यूज़पेपर और घटनाओं पर विशेष रूप से  नजर रखनी पड़ती है ।जब आज सुबह उठा तो एक आर्टिकल पढ़ा तो सीना गर्व से चौड़ा हो गया। कैसे एक विदेशी मीडिया एक सच्चे दिलेर के बखान कर लिखा है "इंडियन पायलट फायर्ड इन टू एयर बिफोर बीइंग कैप्चर्ड"
पकड़े जाने से पहले ही नष्ट कर दिए थे अहम दस्तावेज
जान के परवाह किये बिना लगाए देशभक्ति के नारे।
भीड़ से पूछा यह हिंदुस्तान, है या पाकिस्तान।
जब पाक के समर्थन में लगे नारे तो की हवाई फायरिंग।
भीड़ ने उठाये पत्थर लेकिन निहत्थे पर नही चलाई गोलियां।
विवेक शर्मा

सौ-सौ सलाम,शीश झुका कर बहादुर अभिनदंन को। धन्य है ये धरती जहाँ ऐसे सपूत है जिन्होंने भारत माता के इज्जत को जरा सा भी आँच नही आने दिया,अपनी रगों के खून का इज्जत रखा,40वीर शहीद जवान के इज्जत रखा।
अत्यधिक ऊंचाई से गिरने के बावजूद भी, देशविरोधी नारे लगने पर भी सच्चे भारतीय सैनिक के तरह उठ खड़ा हो देश की संप्रभुता के ख्याल रख  हवाई फायरिंग की उसे मारने को भीड़ ने पत्थर तक चलाया लेकिन उसने गोलियां न चला अपनी शालीनता के परिचय दिया।
सबसे गर्व की बात रही उसने पकड़े जाने के पहले ही अहम दस्तावेज को नष्ट कर किसी भी तरह से अपने प्यार वतन के आंतरिक और बाह्य सुरक्षा के ब्यौरा किसी के हाथ नही लगने दिया।
अभिनदंन ने अपनी बहादुरी से लाखो युवाओं के लिये एक मिशाल पेश की कैसे सब कुछ से ऊपर देशहित है तो दोस्तो, आइये अभिनदंन को कल दिल के असीम गहराइयों से स्वागत करते है और गर्व से बोलते है भारत माता की जय ।

विवेक शर्मा
( लेखक काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अध्यनरत है )
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