Sanddep Chaurasiya
पर्यावरण चेतना और नागरिक जिम्मेदारी की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाते हुए जामिया हमदर्द ने कुलसचिव कर्नल ताहिर मुस्तफ़ा के नेतृत्व में एक स्वच्छता अभियान आयोजित किया। इस अभियान में प्रो. सोहराब, प्रो. जावेद, अन्य शिक्षकों, छात्रों तथा एन.एस.एस. स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
यह पहल विश्वविद्यालय के व्यापक “मिशन ग्रीन कैंपस” का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य परिसर को धूम्रपान-मुक्त, गंदगी-मुक्त और प्लास्टिक-मुक्त बनाना है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों और कर्मचारियों में स्वच्छता, स्वास्थ्य और सतत जीवनशैली के प्रति जिम्मेदारी की भावना जगाना है।इस अवसर पर कुलसचिव कर्नल ताहिर मुस्तफ़ा ने कहा कि स्वच्छता और स्वास्थ्य केवल एक कार्य नहीं, बल्कि सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि “अच्छा स्वास्थ्य हमदर्द की स्थापना दर्शन का मूल रहा है।”
उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा “हमें हमेशा दूसरों या सरकारी एजेंसियों का इंतज़ार नहीं करना चाहिए कि वे हमारे आस-पास की सफाई करें। एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपने आस-पास का वातावरण स्वच्छ रखना हमारा कर्तव्य है। स्वच्छता कोई अस्थायी प्रयास नहीं, बल्कि जीवन का नियमित हिस्सा होना चाहिए।”इस अभियान के दौरान शिक्षकों, एनएसएस स्वयंसेवकों और छात्रों ने परिसर के विभिन्न हिस्सों में सफाई की, पौधारोपण किया, कचरा एकत्रित किया और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाई। सभी प्रतिभागियों ने प्लास्टिक का उपयोग न करने और पर्यावरण-अनुकूल विकल्प अपनाने की शपथ भी ली।
यह स्वच्छता अभियान जामिया हमदर्द की हरित, स्वस्थ और सतत परिसर की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करता है और यह संदेश देता है कि वास्तविक परिवर्तन स्वयं से शुरू होता है। यह पहल न केवल विश्वविद्यालय समुदाय को प्रेरित करती है बल्कि दिल्ली और पूरे देश को भी स्वच्छता और जिम्मेदारी की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है।

