यूपी में बेकाबू बारिश! बनारस में उफान पर गंगा, डूबने लगे घाट और मंदिर

Navchetana
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 — उत्तर प्रदेश में मौसम का कहर, 13 जिलों में रेड अलर्ट

उत्तर प्रदेश में मानसून का असर अब भयावह होता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश ने नदियों को उफान पर ला दिया है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर बीते 50 घंटों में करीब 2.96 मीटर तक बढ़ चुका है। इसका असर अब साफ तौर पर शहर के घाटों पर दिखने लगा है।


शहर के प्रमुख घाटों की सीढ़ियां अब एक-एक कर डूबने लगी हैं। गंगा द्वार घाट और मणिकर्णिका घाट के बीच का संपर्क टूट गया है, जबकि करीब 20 छोटे मंदिर पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं। मणिकर्णिका घाट तक पानी पहुंच गया है, जोकि एक चिंता का विषय है, क्योंकि ये घाट वाराणसी के धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों में गिना जाता है।


ऐसी ही स्थिति उन्नाव में भी देखने को मिली, जहां तेज बारिश के कारण परिसर चौकी में पानी भर गया। सिपाहियों को खुद बाल्टियों से पानी निकालना पड़ाबाराबंकी में सरयू नदी किनारे कटान शुरू हो चुका है, जिससे तटवर्ती गांवों पर खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन ने कुछ जगहों पर बोल्डर डालकर तटबंदी का प्रयास शुरू किया है।


मौसम विभाग ने अगले 6 दिनों तक ऐसे ही हालात बने रहने की चेतावनी दी है। आज प्रदेश के 13 जिलों में भारी बारिश और 38 जिलों में बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। सबसे अधिक बारिश लखीमपुर खीरी में दर्ज की गई है, जहां 212 मिमी वर्षा हुई।


हालांकि पूरे प्रदेश में औसतन 8.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य 7.2 मिमी से 15% अधिक है। 1 जून से अब तक 88 मिमी बारिश हो चुकी है, जो कि सामान्य से लगभग 1% कम है।


अगर बारिश यूं ही जारी रही, तो जल्द ही वाराणसी के घाटों का सौंदर्य जलसमाधि में विलीन हो सकता है।
लोगों को सचेत रहने और आवश्यक सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।


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