नई दिल्ली, 4 अप्रैल 2025। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 6 अप्रैल को राम नवमी के पावन अवसर पर तमिलनाडु का दौरा करेंगे। अपने इस दौरे के दौरान वे भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज — नए पंबन रेल पुल का उद्घाटन करेंगे, जो रामेश्वरम को भारतीय मुख्य भूमि से जोड़ेगा। इसके साथ ही वे रामेश्वरम-तांबरम (चेन्नई) नई ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाएंगे और एक जहाज को भी रवाना करेंगे।
लगभग दोपहर 12 बजे पुल का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री रामेश्वरम स्थित रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। इसके पश्चात दोपहर 1:30 बजे वे लगभग ₹8,300 करोड़ की विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
पंबन रेल पुल भारतीय इंजीनियरिंग का अद्वितीय उदाहरण है। 2.08 किलोमीटर लंबे इस पुल की लागत ₹550 करोड़ से अधिक है। इसमें 99 स्पैन और 72.5 मीटर लंबा वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है, जो 17 मीटर तक ऊंचा उठ सकता है, जिससे जहाजों की आवाजाही में कोई बाधा नहीं आती। इस पुल में स्टेनलेस स्टील, हाई-ग्रेड पेंट और वेल्डेड जॉइंट्स का उपयोग किया गया है, जिससे इसकी मजबूती और टिकाऊपन बढ़ता है। इसे दोहरी रेलवे लाइन के लिए तैयार किया गया है और इसमें समुद्री वातावरण से सुरक्षा के लिए पॉलीसिलोसेन कोटिंग भी की गई है।
प्रधानमंत्री द्वारा जिन अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखी जाएगी या राष्ट्र को समर्पित की जाएंगी, उनमें प्रमुख हैं:
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एनएच-40 के वालजापेट–रानीपेट खंड (28 किमी) का चार लेन में चौड़ीकरण
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एनएच-332 के विलुप्पुरम–पुडुचेरी खंड (29 किमी) का लोकार्पण
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एनएच-32 का पोंडियानकुप्पम–सत्तानाथपुरम खंड (57 किमी)
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एनएच-36 का चोलापुरम–तंजावुर खंड (48 किमी)
इन परियोजनाओं से तीर्थ स्थलों और पर्यटन केंद्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, शहरों के बीच दूरी घटेगी, मेडिकल कॉलेज, अस्पतालों, बंदरगाहों तक पहुंच आसान होगी, और किसानों को अपने उत्पाद बाजार तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। साथ ही, यह स्थानीय चमड़ा उद्योग और लघु उद्योगों की अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगा।
प्रधानमंत्री का यह दौरा न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे तमिलनाडु के बुनियादी ढांचे को नई ऊंचाई भी मिलेगी।