भारत ने मेलबर्न में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया से 184 रन से हार का सामना किया। इस हार का एक प्रमुख कारण थर्ड अंपायर का विवादास्पद फैसला था, जब यशस्वी जायसवाल को 84 रन बनाकर आउट दिया गया। फील्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट दिया था, लेकिन रिव्यू के बाद थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया, जबकि पर्याप्त सबूत मौजूद नहीं थे। इस फैसले के बाद भारत के लोअर ऑर्डर बल्लेबाज बिखर गए, और टीम मैच ड्रॉ कराने के काबिल भी नहीं हो पाई।
जब यशस्वी आउट हुए, भारत को 22 ओवर में 3 विकेट बचाकर मैच ड्रॉ कराने का मौका था, लेकिन उनके जाने के बाद भारतीय टीम की पारी पूरी तरह से टूट गई। यशस्वी के अलावा, भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। रोहित शर्मा (9), केएल राहुल (0) और विराट कोहली (5) दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच सके।
यशस्वी ने ऋषभ पंत के साथ मिलकर 88 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की, जिसने भारत को शुरुआती झटकों से उबारा। हालांकि, पंत ने खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवा दिया। इसके बाद रवींद्र जडेजा और श्रेयस अय्यर के विकेट भी जल्दी गिर गए। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक ही ओवर में दो विकेट लिए और कुल मिलाकर तीन विकेट चटकाए। मिचेल स्टार्क, स्कॉट बोलैंड, नाथन लायन और ट्रैविस हेड ने एक-एक विकेट लिया।
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 234 रन बनाकर भारत को 340 रन का लक्ष्य दिया था। इससे पहले, पहली पारी में भारत ने 369 रन बनाए थे, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 474 रन बनाकर भारत को संघर्ष करने का मौका दिया।