"भारतीय भाषाई साहित्य के प्रति पाठकों में रुचि जाग्रत करना, डिजिटल तकनीक के दौर में भारतीय भाषाओं के समक्ष चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा,
और भारतीय भाषाओं में नए शब्दों के निर्माण में मीडिया की भूमिका के आकलन पर केंद्रित होगी संगोष्ठी।"
"भारतीय भाषाओं के प्रयोग क्षेत्र का विस्तार और मीडिया" विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन, देशभर के प्रमुख भाषाविद् संगोष्ठी में लेंगे भाग।
भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली एवं भारतीय भाषा समिति, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के संयुक्त प्रयास से दो दिवसीय (20-21 मार्च) राष्ट्रीय संगोष्ठी का हो रहा है आयोजन।
नई दिल्ली, 19 मार्च। भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली एवं भारतीय भाषा समिति, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त प्रयास से "भारतीय भाषाओं के प्रयोग क्षेत्र का विस्तार और मीडिया " विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन आईआईएमसी दिल्ली में किया जा रहा है। इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में देशभर के प्रकाष्ठ भाषाविद् भाग लेंगे। प्रथम सत्र की शुरुआत महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ला और भारतीय भाषा समिति अध्यक्ष श्री चमू कृष्ण शास्त्री के उद्बोधन से होगा।
संगोष्ठी के आयोजन को लेकर आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा "इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के माध्यम से भारतीय भाषाओं के प्रसार क्षेत्र के विस्तार में संपादकों व लेखकों की भूमिका पर चिंतन और मंथन होगा। प्रो. द्विवेदी ने कहा देश में लगभग दो सौ ऐसी भाषाएँ चिह्नित की गयी हैं जो विलुप्त होने की कगार पर हैं। ये आँकड़े गवाह हैं कि भारतीय भाषाओं को लेकर खतरा तेजी से बढ़ रहा है। जिस गति से भाषाओं का संसार सिमट रहा है, उसने दुनियाभर के भाषाविदों को चिंता में डाल दिया है। ऐसी स्थिति में भारतीय भाषाओं के संरक्षण में भारतीय भाषाई मीडिया की भूमिका अहम है, क्योंकि जनसामान्य से संवाद के ये प्रमुख माध्यम हैं।"
भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में देशभर के भाषाविद् भाग ले रहे हैं जिनमें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात भाषाविद प्रो. चाँद किरण सलूजा, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री, माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति श्री अच्युतानंद मिश्र, पांचजन्य नई दिल्ली के संपादक श्री हितेश शंकर, दैनिक जागरण के सहयोगी संपादक श्री अनंत विजय आदि प्रमुख हैं। आयोजन समिति के संरक्षक आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, संयोजक अँग्रेजी पत्रकारिता विभाग के प्रोफेसर प्रो. प्रमोद कुमार और भारतीय भाषा समिति के सहायक कुलसचिव श्री जे.पी. सिंह हैं।