मीरजापुर । रविवार को जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने गंगा नदी में बढ़ते जल स्तर के चलते तहसील चुनार क्षेत्र के सम्भावित बाढ़ से होने वाले प्रभावित गाॅवो का भ्रमण कर स्थलीय निरीक्षण किया। सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी चुनार सहित सभी सम्बन्धित अधिकारियो को राहत शिविर के साथ प्रभावित होने वाले प्रमुख मार्गो, नाव की व्यवस्था तथा अन्य राहत सामाग्री की व्यवस्थाए सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी द्वारा चुनार तहसील के गंगा के तटवर्ती इलाको ग्राम विदापुर, धन्नुपुर, पिपराही तथा धनैता में भ्रमण कर निरीक्षण किया गया। ग्राम प्रधान व ग्रामीणो के द्वारा बताया गया कि गंगा के नजदीक वाले कुछ खेतो में फसल प्रभावित हुयी है, परन्तु अभी गाॅव में पानी नही पहुॅचा है तथा अधिक फसलो का नुकसान नही हुआ हैं। बताया गया कि यदि लगभग एक मीटर पानी और बढ़ता है तो गाॅव व फसल दोनो प्रभावित हो सकते हैं। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रयागराज में जल स्तर स्थिर होने के कारण गंगा का जल स्तर बढ़ नही रहा हैं। उन्होने बताया कि ओझला पुल के पास वाटर लेवल के अनुसार वार्निंग लेवल 76.724 मीटर तथा खतरे का निशान 77.724 मीटर है जबकि दोपहर बारह बजे के अनुसार वाटर लेवल 75.24 मीटर तक था । जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रो में कुल 37 बाढ़ चौकिया बनायी गयी है जिसमें तहसील सदर में 14 तथा तहसील चुनार के अन्तर्गत 23 बाढ़ चौकिया बनायी गयी हैं।
सभी बाढ़ चैकियो पर कर्मचारियो की तैनाती कर क्रियाशील कर दिया गया हैं। उन्होने कहा कि बाढ़ क्षेत्रो के लिये पर्याप्त नाव की व्यवस्था सहित अन्य राहत सामाग्री की व्यवस्था कर ली गयी हैं। सभी प्राशासनिक अधिकारी व कर्मचारियो की सक्रियता भी बढ़ा दी गयी हैं। उन्होने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिये प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाए पूर्ण कर ली गयी हैं। बाढ़ के किसी स्तर से निपटने के लिये जिला प्रशासन हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही हैं। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी चुनार नीरज पटेल, तहसीलदार श्रीमती नुपुर सिंह व सम्बन्धित गाॅव के ग्राम प्रधान उपस्थित रहें।