मरीज ने डॉक्टर सिद्धार्थ को भगवान का दूसरा रूप बताया
जौनपुर : महाराजगंज के ब्लॉक के कोटवा भटौली गांव निवासी समरनाथ (उम्र 50 वर्ष) का उसके पेट का ऑपरेशन कर गिलास निकालकर डॉक्टर सिद्धार्थ ने उसकी जान बचाई ।मालूम हो कि समरजीत तीन-चार दिन से पेट में बहुत दर्द था वह कई अस्पतालों में गया वहां पर कोई राहत नहीं मिला तो उसके बाद कुछ रिश्तेदारों से पता चलने पर वह वाजिदपुर स्थित सिद्धार्थ हॉस्पिटल में आकर डॉक्टर लाल बहादुर सिद्धार्थ को अपने पेट के दर्द के विषय में बताया डॉक्टर सिद्धार्थ में मरीज का एक्सरे कराया और देखा की पेट में मोटे टाइप का कुछ दिख रहा है उसके बाद डॉक्टर सिद्धार्थ ने उसका ऑपरेशन किया तब पता चला कि उसके पेट में एक मोटा गिलास है और गिलास निकालकर समरजीत का जान बचाई । सफल ऑपरेशन होने पर परिवार के लोगो में खुशी की लहर दौड़ गई।डॉक्टर लाल बहादुर सिद्धार्थ ने बताया कि इस तरीके यह मैं तीसरा ऑपरेशन किया हूं इसके पहले मैं बोतल पेट में पाए जाने का सफल ऑपरेशन किया और यह ऑपरेशन हमारे 18 साल की प्रैक्टिस में बहुत आश्चर्यजनक ऑपरेशन था। जिसे मैंने 2 घंटे में किया ,मालूम हो कि डॉक्टर सिद्धार्थ पूर्वांचल में कई जटिल से जटिल रोगों का रिस्क लेकर ऑपरेशन किए हैं और मरीजों का जान बचाई है । इस मौके पर ऑपरेशन में डॉ राजेश त्रिपाठी, डॉक्टर राजेंद्र सिद्धार्थ, डॉक्टर विनोद कुमार यादव, डॉक्टर सतीश पांडे, अक्षय कुमार, पोरस ,मुन्ना सिद्धार्थ, धर्मेंद्र यादव ,संजय सोनकर, व ओ पी यादव मौजूद रहे।