कला संकाय ने यूथोत्सव के पहले दिन सैकड़ों छात्रों में भरा जोश, चार दिवसीय कलांजलि का रंगारंग आगाज

Desk
1

कोविड19 महामारी ने आमजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया, जिससे उबरने की जंग जारी है। कोविड की चपेट में शिक्षा जगत भी आया लेकिन अब धीरे धीरे छात्रों की चहल पहल और शैक्षिक गतिविधियां पटरी पर आने लगी हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी के कला संकाय ने चार दिवसीय यूथोत्सव का आयोजन किया है, जिसमें सैकड़ों छात्रों ने पंजीकरण कराया है। महामारी के बाद कला संकाय का यह पहला सबसे बड़ा आयोजन है। 

मालवीय जी की आवक्ष प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि, छात्र अधिष्ठाता प्रो. के.के. सिंह ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कलांजलि के माध्यम से छात्रों को प्रतिभा-प्रदर्शन का बड़ा अवसर मिल रहा है। ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कार्यक्रम संयोजक के अथक प्रयासों की सराहना की।

उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता कर रहे कला संकाय प्रमुख प्रो. विजय बहादुर सिंह ने कहा कि इतने अल्प समय में छात्रों द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम अद्वितीय है। यह कार्यक्रम, छात्र सलाहकार डॉ. रामाज्ञा राय के कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है। कार्यक्रम के संयोजक और छात्र सलाहकार डॉ. रामाज्ञा शशिधर ने ओजस्वी वक्तव्य में कहा कि "यह कार्यक्रम छात्रों का, छात्रों के लिए और छात्रों द्वारा किया गया है। कोविड के कठिन काल के बाद , अवसाद का सामना करते हुए विद्यार्थियों के लिए कलांजलि जैसा कार्यक्रम उजास सरीखा है। डॉ. रामाज्ञा ने कहा कि छात्रों की कलात्मकता और रचनात्मकता क्षीण नहीं हुई है, विद्यार्थियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति इस बात का प्रमाण है।"

उद्घाटन समारोह के बाद काव्य लेखन प्रतियोगता आयोजित की गई। काव्य लेखन प्रतियोगिता का विषय युद्ध के विरुद्ध रखा गया। प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय व उससे संबंधित महाविद्यालय के सौ से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। यूथोत्सव के अगले तीन दिनों में पेंटिंग और वाद-विवाद और विभिन्न रचनात्मक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।

एक टिप्पणी भेजें

1टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें