जौनपुर । वैश्विक महामारी से प्रभावित बर्तन बाजार ने
ठठेरों की कमर तोड़ दी है। लॉक डाउन से प्रभावित बाजारों में धीरे - धीरे
रौनक लौट रही है। त्योहारों का समय नजदीक है, दुकानों में रंग रोगन का काम
शुरू हो गया है लेकिन खरीददारों की ताक में दुकानदार बैठे हैं। रामद्यालगंज
में संतोष बर्तन भंडार के पवन जायसवाल का कहना है कि बाजार सूना पड़ा है
ग्राहक आ नहीं रहे लेकिन त्योहारों को नजदीक देखकर हम सभी अपना दुकान सजाने
में जुटे हैं। महामारी से हजारों का नुकसान हुआ जिसकी भरपाई तो नहीं हो
सकती लेकिन अब आगे ठीक - ठाक कारोबार की उम्मीद है।
नखास न्यू मार्केट में यशोदा ट्रेडर्स के राजकुमार जायसवाल का कहना है कि मार्केट बहुत स्लो है, उभरने की कोशिश में है, महामारी के दौरान हुए नुकसान की भरपाई होने में करीब एक साल का समय लग सकता है। ओलन्दगंज के सीताराम ज्ञानचंद बर्तन भंडार के स्वामी गौरव प्रजापति का कहना है कि धनतेरस के त्योहार में कुछ हद तक व्यापार होने की संभावना है लेकिन फिर भी बाजार नरम रहेगा क्योंकि लोगों में महामारी का डर कायम है, और लोग आर्थिक मंदी के कारण खुलकर पैसे खर्च करने में भी संकोच भी कर रहे हैं। नखास गली में भारत ग्लास के प्रोपराइटर आनंद का कहना है कि नवम्बर में लगन तेज है तो खरीददारी तेज होने की संभावना है, इस समय लोग स्टील के बर्तनों को कम पसन्द कर रहे हैं नॉनस्टिक बर्तनों की मांग ज्यादा है।