सकनीरा एसोसिएशन की पानी प्रयोग विधि
सिर दर्द, उच्च रक्तचाप, खून की कमी, मोटापा, बेहोशी, दमा, खाँसी, लीवर की कमजोरी, पेशाब की बीमारी, गैस, कब्ज, एसीडिटी, कमजोरी, आँख की बीमारी, मानसिक रोग, महिलाओं को होने वाली बीमारियाँ एवं शरीर में उत्पन्न होने वाली कई नई-पुरानी व्याधियों को दूर करने के लिए जापान की सकनीरा एसोसिएशन द्वारा पानी के प्रयोग का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
पानी के द्वारा रोगों को दूर करने की यह सादी-सरल विधि है। भारत जैसे गरीब देश के लिए तो यह विधि बिना पैसा खर्च की चमत्कारी पद्धति सिद्ध हो सकती है। कमी है तो बस इसके जनसाधारण के बीच प्रचार-प्रसार की।
सुबह उठकर बिस्तर में बैठ जाएँ और चार बड़े गिलास भरकर (लगभग एक लीटर) पानी एक ही समय एक साथ पी जाएँ। ध्यान रहे कि पानी पीने के पहले मुँह न धोएँ, न ब्रश करें तथा शौचकर्म भी न करें। पानी पीने के बाद थूकें नहीं।
पानी पीने के पौन घंटे बाद आप ब्रश/दातून, मुँह धोना, शौचकर्म इत्यादि नित्यकर्म कर सकते हैं। जो व्यक्ति बीमार या कमजोर काया के हैं और वे एक साथ चार ग्लास पानी नहीं पी सकते तो उन्हें शुरूआत एक-दो ग्लास पानी से करना चाहिए तथा धीरे-धीरे चार ग्लास तक बढ़ाना चाहिए। साथ ही भोजन करने के बाद लगभग दो घंटे पानी न पिया जाए तो अति उत्तम रहेगा।
चार ग्लास पानी पीने की यह विधि स्वस्थ्य या बीमार, सभी के लिए अति लाभदायक सिद्ध हुई है। सकनीरा एसोसिएशन के अनुभव द्वारा यह सिद्ध किया गया है कि निम्नांकित बीमारियाँ इस प्रयोग से निम्न समय से कम या दूर होती जाती हैं।
* मधुमेह एक माह के लगभग।
* उच्च रक्तचाप एक माह के लगभग।
* गैसेस दो सप्ताह के लगभग।
* टी.बी. छः माह के लगभग।
* कब्जीयत- दो सप्ताह के लगभग।
* उच्च रक्तचाप एक माह के लगभग।
* गैसेस दो सप्ताह के लगभग।
* टी.बी. छः माह के लगभग।
* कब्जीयत- दो सप्ताह के लगभग।