वाराणसी। जंसा थाना क्षेत्र के शम्भूपुर गांव के रहने वाले अशोक मिश्रा बैंक में कैशियर हैं इनके कुल का दीपक, दीपक मिश्रा उर्फ़ गुरु ने इनकी इज्जत मिट्टी में मिला दी । गुरु बीएचयू से दर्शनशास्त्र विषय से स्नातकोत्तर था और शोध भी कर रहा था लेकिन उसकी संगत बिगड़ी या फिर कहें पुरुवा हवा का असर पड़ा पढ़ाई छोड़ वह मौज मस्ती करने लगा । इसी दौरान पिछले वर्ष उसने एक परिचित लड़की को अपने कमरे ( सुंदरपुर) में बुलाया और चाय में नशीला पदार्थ मिला कर उसकी आबरू लूट ली साथ ही उसके चार अन्य दोस्तों ने भी उसे हवस का शिकार बनाया । उसके बाद से गुरु फरार चल रहा था लेकिन शनिवार को लंका पुलिस ने उसे धर दबोचा । उसके ऊपर पच्चीस हजार का इनाम भी था ।
लंका पुलिस की कार्यवाही इस तरह रही..
लंका पुलिस ने फरार चल रहे इनामी बदमाश दीपक मिश्रा उर्फ़ गुरु को नरिया तिराहे से शनिवार की रात गिरफ्तार किया । गुरु के ऊपर बीते साल एससीएसटी और बलात्कार का मुकदमा दर्ज किया गया था। उसके बाद से आरोपी की तलाश में पुलिस जुटी थी। सीओ भेलूपुर अनिल कुमार ने रविवार को लंका थाने पर आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि मुखबीर के जरिए लंका पुलिस को सूचना मिली कि जंसा थाना क्षेत्र के शम्भूपूर गांव का रहने वाला दीपक मिश्रा नरिया तिराहे पर की ओर आ रहा है, सूचना पर लंका थाना प्रभारी भारत भूषण तिवारी और चितईपुर चौकी इन्चार्ज प्रकाश सिंह पुलिस टीम के साथ रविवार की रात करीब दो बजे नरिया तिराहे पर पहुंचकर वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। इस दौरान आरोपी आता दिखाई पड़ा और पुलिस टीम द्वारा रूकने का इशारा करने पर भागने लगा। अंधेरे में भाग रहे आरोपी को पुलिस के जवानों ने दौड़ाकर पकड लिया । उन्होंने बताया कि आरोपी अपने चार साथियों के साथ मिलकर एक युवती के साथ सामुहिक रेप किया था। युवती के तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। उसके बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को पूर्व में पकड़ कर जेल भेज चुकी है। आरोपी घटना करने के बाद झारखंड सहित अन्य जगहों पर छिपकर रहता था। इस दौरान एसएसपी ने आरोपी के ऊपर पच्चीस हजार रुपए का इनाम घोषित किए। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।