जौनपुर। कर्म तेरे हाथों में हैं, मन में आगे बढ़ने की आस, मेहनत से कभी न पीछे हटना, खुद पर रखना विश्वास, पूरे होंगे सपने फिर ही पूरी होगी सफलता की प्यास, बदल जाएगी जिंदगी तेरी तू आम से बन जाएगा खास... यह पंक्तियां नगर क्षेत्र के ओलंदगंज मोहल्ले में रहने वाले राजेंद्र सिंह 'सुराज" पर बिल्कुल सटीक बैठती है। किसी भी मुकाम तक पहुंचने के लिए कोई शार्टकट रास्ता नहीं होता यही वजह है कि संगीत की दुनिया में एक दशक तक संघर्ष करने के बाद आज सुराज बॉलीवुड में पर्दापण कर चुके है। बॉलीवुड में इनका गाया हुआ गाना धूम मचाने को तैयार है... बस शुभ मुहुर्तू पर वह रिलीज होने को बेताब है। थ्री विंग्स प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फिल्म झोलर ब्वाजय के डायरेक्टर दीप शर्मा, निर्माता संतोष तामड़ा, मधुसूदन तामड़ा हैं। इस फिल्म में सुराज ने राजकुमार केशरी के लिखे हुए गाने 'दिल पा के तुझको मगरुर है..." को आवाज दी है। खास बातचीत में सुराज ने बताया कि तीन महीने के बाद उनकी फिल्म रिलीज हो जाएगी। शूटिंग अंतिम चरणों में है।
गौरतलब हो कि सुराज वर्ष 2008-09 में मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जम्मू गये थे। मां का आशीर्वाद प्राप्त कर वहां से लौटने के बाद उन्होंने संगीत की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद वह अपनी आवाज का जादू बिखरने लगे। धीरे-धीरे इस दुनिया में उनको 8 वर्ष बीत गया था। इसी दौरान उनकी मुलाकात भोजपुरी दुनिया की जानी-मानी गायिका सिंगर तनु प्रियंका सिंह से हो गया। तनु प्रियंका ने सुराज को टी-सीरिज में ब्रेक दिलवाया इसके बाद सुराज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। हाल ही में उनकी टी-सीरिज से उनके तीन एलबम सावन स्पेशल - नाचे महादेव, नवरात्रि स्पेशल - जय माता दी बोल दे बंदे, जय हो अम्बे महारानी और जल्द ही रिलीज को तैयार साँई जोगिया आने वाला है। इसी बीच वह मुंबई चले गये और वहां पर मीरारोड में रहने लगे। कुछ मित्रों की वजह से उन्हें बॉलीवुड में एंट्री मिल गयी और फिल्म झोलर ब्वाजय में उन्हें एक गीत को अपनी आवाज देने का मौका मिला। उनकी इस उपलब्धि से उनके चाहने वालों में खुशी की लहर दौड़ गयी। लोग उन्हें जीवन में और ऊंचाईयों को छूने की शुभकामनाएं दे रहे है।