समर्थ पोर्टल की जटिलताओं पर शिक्षकों की निदेशक से वार्ता

Navchetana
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समय सीमा बढ़ाने और पोर्टल की त्रुटियों को दूर करने की मांग, निदेशक ने दिया समाधान का आश्वासन


उत्तर प्रदेश के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को समर्थ पोर्टल की तकनीकी जटिलताओं और समय सीमा की पाबंदियों को लेकर जिस असुविधा का सामना करना पड़ रहा है, उसे लेकर आज एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधिमंडल ने निदेशक, उच्च शिक्षा प्रो. अमित भारद्वाज से मुलाकात की। यह प्रतिनिधिमंडल फुपुक्टा (उत्तर प्रदेश प्रादेशिक विश्वविद्यालय शिक्षक संघ) के अध्यक्ष प्रो. वीरेन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में निदेशक से मिला।


बैठक में समर्थ पोर्टल से जुड़ी कुल 19 प्रमुख जटिलताओं को विस्तारपूर्वक निदेशक के समक्ष रखा गया। अध्यक्ष प्रो. चौहान ने एक लिखित पत्रक भी सौंपा, जिसमें तकनीकी समस्याओं से लेकर समयसीमा की व्यावहारिक कठिनाइयों तक का उल्लेख था। शिक्षकों की समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए निदेशक प्रो. भारद्वाज ने आश्वासन दिया कि जल्द ही समर्थ पोर्टल की लखनऊ तकनीकी टीम के साथ शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल की बैठक आयोजित की जाएगी, जिससे जमीनी समस्याओं को समझकर समाधान निकाला जा सके।


इसके साथ ही निदेशक ने यह भी कहा कि समय सीमा बढ़ाने को लेकर उच्च स्तर पर बातचीत चल रही है और इस संबंध में शीघ्र ही नई तिथि की अधिसूचना जारी की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि शासन से सकारात्मक वार्ता कर पोर्टल को और अधिक सरल, उपयोगकर्ता अनुकूल और शिक्षकों के अनुकूल बनाए जाने के प्रयास किए जाएंगे।


प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से फुपुक्टा के महामंत्री प्रो. प्रदीप सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रो. हिमांशु सिंह, संयुक्त मंत्री डॉ. गंगेश दीक्षित, पूर्व अध्यक्ष पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षक संघ डॉ. विजय सिंह, वर्तमान अध्यक्ष डॉ. राहुल सिंह, उपाध्यक्ष डॉ. पंकज गौतम, संयुक्त मंत्री डॉ. पवन कुमार पाण्डेय, तथा प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया विश्वविद्यालय) के शिक्षक शामिल रहे।


बैठक सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई और शिक्षकों को आशा है कि जल्द ही समस्याओं का समाधान कर समर्थ पोर्टल को ज्यादा व्यावहारिक रूप दिया जाएगा।

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