Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में पहले चरण के नामांकन का आज आखिरी दिन था. इससे पहले यूपी में समाजवादी पार्टी में टिकट को लेकर टेंशन और कन्फ्यूजन साफ दिखाई दिया. दरअसल, मुरादाबाद में पार्टी ने 24 घंटे में दो उम्मीदवार बदल दिए हैं. असमंजस के बीच सोमवार को पहले एसटी हसन ने नामांकन पत्र दाखिल किया. उसके बाद मंगलवार को रुचि वीरा ने भी नॉमिनेशन फाइल कर दिया है. वहीं, रामपुर में भी उम्मीदवार पर रार के बीच पार्टी ने दिल्ली के मौलाना मोहीबुल्लाह नदवी को उम्मीदवार घोषित कर दिया है. यहां से सपा जिलाध्यक्ष ने भी पर्चा खरीदा है. यानी रामपुर और मुरादाबाद में पार्टी के दो-दो नेता आमने-सामने हैं.
सपा के दो धड़ आमने-सामने
चुनावी सीजन में यूं तो टिकट पर टकराव हर जगह और हर पार्टी में नजर आता है. नेताओं के रूठने-मनाने का सिलसिला भी चलता रहता है लेकिन इस बार के चुनाव में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के अंदर ही टिकट को लेकर लड़ाई चल रही है. खासकर रामपुर और मुराबादाबाद में ऐसी हालत बन गई है कि समाजवादी पार्टी के दो धड़े एक-दूसरे के खिलाफ सड़क पर उतर चुके हैं. आखिरी दिन रामपुर से नामांकन के लिए दिल्ली से इमाम को बुलाया गया. चार्टर्ड विमान लखनऊ से लेकर मुरादाबाद नामांकन के लिए भेजा गया है. उधर, शिवपाल सिंह यादव को सीतापुर जेल भेजा गया है ताकि वो नाराज आजम खान को मना सकें. इसी बीच एक खबर है कि रामपुर के सपा जिलाध्यक्ष असीम राजा ने भी एक नामांकन पत्र खरीदा है.
मुरादाबाद में सपा दो फाड़ में बंटी
मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी दो फाड़ हो गई है. नाराज कार्यकर्ताओं ने एसटी हसन का टिकट काटे जाने पर पूर्व विधायक रुचि वीरा का पुतला फूंका और वापस जाओ के नारे लगाए. देखते ही देखते मुरादाबाद की फिजा बदल गई. रुचि को आजम खान की करीबी समझा जाता है. सोमवार को जब एसटी हसन नामांकन के बाद मीडिया से मुखातिब थे तब तक मुरादाबाद में चर्चा जोर पकड़ चुकी थी कि भले ही उन्होंने पर्चा दाखिल कर दिया है लेकिन उनकी उम्मीदवारी पर संकट के बादल हैं.
रुचि वीरा का बड़ा दावा
अपनी जगह रुचि वीरा को उम्मीदवार बनाने की खबरों को अफवाह बताकर एसटी हसन आगे तो बढ़ गए लेकिन कुछ घंटे बाद ही रुचि वीरा ने मीडिया से बातचीत में खुलासा किया कि पार्टी हाईकमान ने मुरादाबाद से उन्हें सिंबल दे दिया है और वो आज नामांकन भरेंगी. एसटी हसन समर्थकों को जैसे ही इसकी खबर लगी वो प्रदर्शन पर उतर आए. रुचि वीरा के खिलाफ नारेबाजी की गई. पुतला फूंका गया. आजम खान के दबाव में एचटी हसन से टिकट छीनकर रुचि वीरा को दिया गया है. इस पर रुचि वीरा ने आजतक से कहा कि शायद एंटी इन्कम्बेंसी के खतरे से बचने के लिए एचटी हसन की जगह उन्हें उम्मीदवार बनाया गया हो.
रुचि वीरा ने दाखिल किया नामांकन
मंगलवार को रुचि वीरा नामांकन दाखिल करने की तैयारी में थीं, इस बीच पार्टी ने रुचि वीरा को नामांकन से रोक दिया और नए नाम पर विचार किए जाने की बात कही है. दोपहर एक बजे रुचि वीरा ने भी नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. जब उनसे पूछा गया कि क्या आप ही सपा से उम्मीदवार हैं? इस पर उन्होंने कहा कि ये बात पार्टी अध्यक्ष ही बता पाएंगे. नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा होती है, उसी को ध्यान में रखकर नॉमिनेशन फाइल करने के लिए पहुंची.
यानी नामांकन खत्म होने से पहले समाजवादी पार्टी खेमा मुरादाबाद में दो-फाड़ हो गया. सबसे दिलचस्प बात ये कि समाजवादी पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर स्थिति साफ नहीं की गई.
रामपुर से मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी मैदान में
इधर, रामपुर में काफी जद्दोजहद के बाद सपा ने उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी ने मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी का नाम फाइनल किया है. नदवी दिल्ली पार्लियामेंट स्ट्रीट जामा मस्जिद के इमाम हैं. वे मूल रूप से रामपुर के रजानगर के रहने वाले हैं. उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. वहीं, रामपुर जिला ईकाई में आजम खान समर्थकों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है. आजम खान के समर्थक कह रहे हैं कि अखिलेश यादव रामपुर से चुनाव लड़ें. रामपुर में सपा नेता आसिम रजा ने भी नामांकन पत्र खरीदा है, जिससे पार्टी की टेंशन बढ़ गई है. आजम समर्थकों को मनाने की कवायद तेजी से चल रही है. शिवपाल यादव खुद सीतापुर जाकर आजम खान से बात करेंगे.
'चार्टर्ड प्लेन से भेजे अधिकृत लेटर?'
असमंजस और कन्फ्यूजन के बीच सपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने लखनऊ से एक चार्टर्ड प्लेन बुक कराया है. इस चार्टर्ड प्लेन से मुरादाबाद और रामपुर के उम्मीदवार के नाम का अधिकृत लेटर भेजा गया, ताकि समय रहते नामांकन पत्र दाखिल करवाया जा सके.