UP RO-ARO Exam: आरओ- एआरओ अभ्यर्थियों की घोषणा पर UPPSC का इलाका छावनी में तब्दील, पुलिस ने कुछ छात्रों को हिरासत में लिया

Vipin Yadav
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RO and ARO Candidates Protest: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की आरओ और एआरओ भर्ती परीक्षा रद्द किए जाने की मांग तेज हो गई है. कथित पेपर लीक की घटना के बाद आरओ- एआरओ अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी है. आंदोलनकारी अभ्यर्थी आरओ- एआरओ अभ्यर्थी भर्ती परीक्षा को रद्द करने और नई तारीख जारी करने की मांग पर दो हफ्ते से अड़े हुए हैं. सोमवार को प्रयागराज में यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन के दफ्तर का घेराव करने का कार्यक्रम था. कानून व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासन ने घेराव करने पहुंचे अभ्यर्थियों को इकट्ठा नहीं होने दिया.


यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन के बाहर भारी संख्या में पुलिस तैनात 

यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन के बाहर पूरे इलाके की घेराबंदी की गई थी. दफ्तर की तरफ जाने वाले सभी रास्ते पुलिस छावनी में तब्दील थे. 300 मीटर पहले अभ्यर्थियों को रोकने की व्यवस्था की गई थी. पुलिस के साथ रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती रही. बैरिकेटिंग से किसी को पैदल जाने की भी इजाजत नहीं दी जा रही थी. सड़कों पर सिर्फ पुलिस और प्रशासन से जुड़े लोग नजर आ रहे थे. यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन के आसपास अघोषित कर्फ्यू सा नजारा था.

प्रदर्शन कारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया 

प्रशासन ने आंदोलनकारी अभ्यर्थियों को धारा 144 लागू होने की जानकारी दे दी थी. अभ्यर्थियों को बताया गया था कि बिना अनुमति इकट्ठा होना मना है. प्रशासन की अपील का असर भी दिखाई दिया. ज्यादातर अभ्यर्थी दफ्तर का घेराव नहीं पहुंचे. कुछ छात्र संगठनों से जुड़े हुए लोगों ने अलग-अलग जगह पर इकट्ठा होने की कोशिश की. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया. अभ्यर्थियों की मांग है कि आरओ-और एआरओ की भर्ती परीक्षा को भी रद्द कर दिया जाए.

10 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने किया आवेदन 

उन्होंने आरोप लगाया कि गाजीपुर में परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हो गया था. ऐसे में भर्ती निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से नहीं हो सकती. गौरतलब है कि यूपी में आरओ और एआरओ के 411 पदों पर भर्ती की लिखित परीक्षा 11 फरवरी को हुई थी. भर्ती परीक्षा में शामिल होने के लिए 10 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. प्रारंभिक परीक्षा में तकरीबन साढे छह लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे. परीक्षा के दिन पेपर लीक होने का मामला सामने आ गया. पेपर लीक होने के बाद अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करने की लगातार मांग कर रहे हैं. यूपी पब्लिक सर्विस कमीशन ने आरोपों की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है. 

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