सरयू नदी पर बनने वाले इस पुल की लम्बाई 1412.25 मीटर है इस पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2014 में शुरू हुआ था। तय योजना के तहत इसका निर्माण कार्य वर्ष 2020 में पूरा हो जाना था लेकिन कोविड महामारी के पैर पसार लेने से निर्माण कार्य में देरी हुई वर्तमान में इस पुल का काम लगभग पूरा हो चुका है ।
पुल को तैयार हो जाने से गोरखपुर से प्रयागराज और जौनपुर , आजमगढ़ के लोगों की आवाजाही होगी आसान
कम्हरिया घाट पर पक्का पुल बन जाने से कई जिलों के लोगों की आवाजाही आसान हो जाएगी इस पुल के माध्यम से अंबेडकरनगर, जौनपुर, प्रयागराज, सुल्तानपुर व आजमगढ़ जनपद के अलावा नदी के दूसरी तरफ स्थित गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर व संतकबीरनगर जनपद के यात्रियों को सीधे तौर पर सुचारु रूप से आवागमन का लाभ मिलेगा। यात्री पूरे वर्ष इस पुल से आवागमन कर सकेंगे। इससे उन्हें अतिरिक्त दूरी का चक्कर लगाने से निजात मिलेगी।
पहले यात्रीयों को आने जाने के लिए पीपापुल से गुजरना पड़ता था,7 महीने तक ही रहता था पीपापुल
आपको बता दें कि इससे पहले कम्हरीया घाट सरयू नदी पर यात्रीयों को आने जाने के लिए पीपापुल का प्रयोग करना पड़ता जिससे लोगों को काफी परेशानी भी होती , क्योंकि पीपापुल सिर्फ सात महीने के लिए ही लगाया जाता बरसात के समय नदी का जलस्तर ज्यादा बढ़ जाने से पुल के बह जाने का खतरा और किसी अप्रिय अनहोनी का डर रहता था इस वजह से पीपपुल को नदी का जलस्तर बढ़ने के पहले ही बंद कर दिया जाता था।