( बाबा कंकड़)
जौनपुर समाचार । अमर शहीद उमानाथ सिंह जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों के साथ किया जा रहा फर्जीवाड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मीडिया और समाचार पत्रों में छपी खबरों के बाद चेते अधिकारियों की नोटिसो और जांच समितियों की घोषणा के बावजूद इलाज के लिए पहुंचे मरीजों का शोषण अब भी शोषण का शिकार होना पड़ रहा रहा है। हालाकि जौनपुर समाचार में मरीजों पर इलाज के फाइव स्टार खर्चे थोपताजिला चिकत्सालय शीर्षक से छपे समाचार के बाद मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसके पांडे ने मामले की जांच के लिए समिति की घोषणा कर दी लेकिन जानकार बताते हैं कि तितलियों के उड़ने का क्रम अभी रुका नही है ।
कहते हैं गिरगिट रंग बदलने में सक्षम है । लेकिन जिला अस्पताल जौनपुर में उड़ रही तितलियों ने अपने रंग ढंग और चालें बदल ली हैं। लेकिन उनके उड़ने का क्रम बदस्तूर जारी है। एक पत्रकार द्वारा की गई शिकायत के बाद चर्चा में आए डॉ शफीक खान और जिला चिकित्सालय में पदस्थ अन्य चिकित्सकों ने निशुल्क इलाज के लिए चिकित्सालय आए मरीजों को अपने लाभ की निजी दवा के लिए लिखे जाने वाली पर्चीओं के द्वारा दवा मंगाए जाने में सावधानी बरतना शुरू कर दिया है। अब इन पर्चियों को वह किसी दूसरे से लिखवा कर सुबह ही जेब में रखकर लाने लगे हैंऔर उन मरीजों को दे देते हैं जिनमें किसी प्रकार के पंगे की संभावना नहीं होती दूसरा सुरक्षात्मक तरीका यह अपनाया जा रहा है कि यह छोटी पर्ची किसी दूसरे से लिखवा कर भेज दी जा रही है कुछ मरीजों को सीधे मेडिकल स्टोर पर भेज कर फोन करवाने की सलाह दी जाती है जिसके आधार पर उनसे मनमानी दवाएं खरीदवाया जाना जारी है। जौनपुर समाचार में छपी खबर पढ़ने के बाद कई पीड़ितों ने फोन पर ऐसी ही आश्चर्यजनक जानकारियां दी । एक पाठक में तू जानकारी दी इसी चिकित्सालय में संविदा पर तैनात नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर जमील जो प्राय कुत्ता काटने वाले मरीजों को देखते हैं उन्होंने ऐसे ही कुत्ता काटे मरीज को अनायास एक आंख में डालने का ड्रॉप लिखकर उसे नियमित आंख में डालने का सलाह दिया उन्होंने अपना पसंदीदा और दुलारा आई ड्रॉप उस कुत्ता काटे मरीज को यह कह कर दिया कि अगर इसका इस्तेमाल नहीं किया तो मोतियाबिंद हो जाएगा। यह तो सिर्फ बानगी है। टॉनिक प्रोटीन पाउडर एनाल्जेसिक एंटीबायोटिक मल्टीविटामिन और यहां तक कि शुगर और ब्लड प्रेशर की महत्वपूर्ण दवाएं भी इस खेल से छूटी नहीं है।
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बदलाव की उम्मीद नहीं
समाचार पढ़कर टेलीफोन पर हमारे एक पाठक ने तो यहां तक कह दिया लिख डालिए चाहे जितना लेकिन जिला चिकित्सालय में बदलाव की कोई उम्मीद नहीं है इलाज के लिए प्रायर जिला चिकित्सालय से रूबरू होने वाले इस बुजुर्ग वार ने कहा कि इन जांच समितियों से कुछ भी नहीं होने वाला पूरे के पूरे कुए में भांग पड़ी हुई है सरकार लाख कोशिशें कर ले लेकिन मनपसंद और दुलारी दवाएं भिजवाने का यह खेल नहीं रुकेगा सीधे आदेशों के बावजूद जब चिकित्सक जिला चिकित्सालय परिसर में मौजूद जेनेरिक मेडिकल स्टोर को नजरअंदाज करते रहेंगे तब तक या खेल जारी रहेगा ।
Aesha mere shath BHI huaa Hai
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