पाकिस्तान में अड्डा जमाये आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने 14 फरवरी को भारतीय सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करवाया! उसी शाम हमले में 40 जवानों के मारे जाने की खबर आई! अब 26 फरवरी की सुबह-सुबह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर(पीओके) में एलओसी के पास के इलाकों में भारतीय वायुसेना की कड़ी कार्रवाई की खबर आई! भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक 'जैश' के कई अड्डे नष्ट कर दिए गए हैं! कई आतंकियों के भी खात्मे की भी मीडिया में खबर है!
इस विषय पर एक भारतीय नागरिक और हिन्दी के एक लेखक/ पत्रकार के तौर पर मेरी राय अपने पेशे के कई मित्रों से कुछ अलग है!
मेरा मानना है कि आतंकी हमले और उसकी प्रतिक्रिया स्वरुप पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में भारतीय वायुसेना द्वारा 26 फरवरी की सुबह-सुबह की गई कड़ी कार्रवाई के बाद दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व को फौरन दो पहल करनी चाहिए:
1.सरहद और उसके दोनों तरफ बढ़ते असाधारण तनाव पर फौरन अंकुश लगाने की कोशिश हो ताकि दोनों देशों के बीच युद्ध की नौबत नहीं पैदा हो। दो परमाणु शक्ति-संपन्न पड़ोसी मुल्कों में युद्ध किसी भी मसले का विकल्प नहीं है!
2. दोनों देशों में संवाद की प्रक्रिया तत्काल शुरू हो और इसकी पहल उच्च स्तर पर हो।जितना जल्दी हो सके दोनों देशों के विदेश मंत्री द्विपक्षीय बैठक करें। फिर आवश्यकतानुसार प्रधानमंत्री मोदी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान भी शिखर वार्ता की पहल कर सकते हैं!